Gurugram News Network – बैंक यदि आपको नया डेबिट या क्रेडिट कार्ड भेजता है और आप उसका पिन नंबर जनरेट करने के लिए गूगल की सहायता लेते हैं तो सावधान हो जाए। ऐसा ना हो कि पिन जनरेट करने के चक्कर में आप ठगी के शिकार हो जाए। ऐसा ही एक मामला साइबर थाना वेस्ट पुलिस ने दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में मुल्लाहेड़ा के रहने वाले तेजवीर सिंह ने बताया कि उन्होंने एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक का क्रेडिट कार्ड मंगवाया था। क्रेडिट कार्ड रिसीव होने के बाद गूगल पर पिन जनरेट करने के लिए सर्च कर रहे थे। इस दौरान एक वेबसाइट पर पिन नंबर जनरेट करने के लिए वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड की डिटेल भरी लेकिन पिन नंबर जनरेट नहीं हुआ।
कुछ देर बाद उनके पास एक फोन आया जिसने स्वयं को बैंक अधिकारी बताया और उन्हें झांसे में लेकर टीम विवर ऐप इंस्टॉल करवाई। ऐप इंस्टॉल होने के बाद उनका मोबाइल हैक हो गया जिसके बाद उनका क्रेडिट कार्ड के जरिए करीब 1.10 लाख रुपए की ट्रांजैक्शन हो गई। स्पा उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।